एक अनोखी प्रेम कहानी - Jab Miya Bibi Raji, To Kya Karega Kazi / जब मियां बीबी राजी, तो क्या करेगा काजी / When Mian Bibi agrees, what will Kazi do |
एक अनोखी प्रेम कहानी - Jab Miya Bibi Raji, To Kya Karega Kazi / जब मियां बीबी राजी, तो क्या करेगा काजी / When Mian Bibi agrees, what will Kazi do
पहले तो वे कॉलेज में और कैंटीन में मिलते रहे, लेकिन जैसे-जैसे प्रेम गहरा होता गया, प्रेम सारी बंदिशे तोड़ आजाद हो गया | अब वे कभी किसी पार्क तो किसी होटल में मिलने लगे| लेकिन कहते है ना - "इश्क और मुश्क छुपाये नहीं छुपता|" धीरे-धीरे प्रयागराज कि प्रेम कहानी का रंग भदोही पर भी चढने लगा| जब दो जवां दिल सबसे बेखबर एक दुसरे के साथ आशियाना बसाने सपने बुन रहे थे, दोनों दुश्मनों को इसकी भनक लग गयी|
सूरज के पिता श्यामा प्रताप शुक्ला और वैदेही के पिता सूर्यभान सिंह को जैसे ही यह ज्ञात हुआ दोनों गुस्से से आग-बबूला हो उठे| दोनों दुश्मनों कि आँखों में अपने ही रक्त को बहाने कि होड़ लग गयी| लेकिन इससे पहले कि वे दोनों उस प्रेम के अंकुर को रौंद पाते, वे चले गए अपने सपनो को पूरा करने और उन दोनों कि मदद कि सूरज कि बहन और वैदेही कि मित्र सुरभि ने|
सूरज और वैदेही ने प्रयागराज जंक्शन से ही ट्रेन पकड़ किया, और चल पड़े एक अनजाने डगर पर| दिल में एक अनिश्चितता का बीज लिए, एक अनचाहा डर लिए अपने दिल में, वे चले जा रहे थे| वे पहुँच चुके थे उस सपनो कि नगरी में, जहाँ जाते है सभी अपने मन में एक सपना लिए, लेकिन सपने सभी के पुरे नहीं होते ना ....
सूरज और वैदेही मुंबई पहुँच चुके थे, सूरज के दोस्त के घर जो किसी दवा कि कंपनी में मार्केटिंग मैनेजर था| सूरज ने उसे बताया था कि उसने वैदेही से शादी कर ली है और वे दोनों अपने हनीमून पर आये है, कुछ दिनों में चले जायेंगे|
उधर गाँव में हडकंप मच चुका था, हर तरफ सूरज और वैदेही के घर से भाग जाने कि खबर आग कि तरह फैल गयी थी| हर घर में उन्ही दोनों कि चर्चा हो रही थी, हर गली, नुक्कड़ और चौराहे, हर दुकान पर आये प्रत्येक शख्स कि जुबान पर यही चर्चा थी| गाँव में यह खबर आम नहीं होती क्योकि ऐसी घटनाये रोज-रोज नहीं होती| हर प्रेमी कि प्रेम कहानी पूरी नहीं होती ना, बल्कि उनके प्रेम का गला घोंट दिया जाता है| लेकिन दो पंक्षी पिंजरे से उड़ चुके थे खुले असमान में|
उधर दोनों परिवार बहूत परेशान थे, परिवार के सदस्यों के चेहरे पर एक अजीब सी परेशानी,अनिश्चितता और डर कि रेखा थी कि अब क्या होगा?
लेकिन कहते है ना कि - "जब मियां बीबी राजी, तो क्या करेगा काजी|"
Ek Anokhi Prem Kahani / एक अनोखी प्रेम कहानी / An Extraordinary Love Story
जारी है ....
4 टिप्पणियां:
लिखना जारी रखें। शुभकामना!!!
Bahut badhiya
बहूत बहूत धन्यवाद विश्वमोहन जी
बहूत बहूत शुक्रिया शिवम् शुक्ला जी
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